नुक्कड़ नाटक और लोक संस्कृति के माध्यम से जनजागरूकता अभियान
ग्रामीणों तक पहुँचेगी साक्षरता और शासकीय योजनाओं की जानकारी

सुकमा = कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मुकुन्द ठाकुर के मार्गदर्शन में स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय कला जत्था प्रशिक्षण का आयोजन आदिवासी भवन, सुकमा में दिनांक 01 से 05 सितम्बर तक सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता, स्वास्थ्य, विभागीय योजनाओं तथा नशा मुक्ति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूकता फैलाना है। प्रशिक्षण का नेतृत्व अनुभवी प्रशिक्षक श्री हीरा मानिकपुरी (नेशनल स्कूल ड्रामा) ने किया, जबकि लीड अर्कजा कुठियाला पीपीआईए फेलो द्वारा दिया गया। इस दौरान नुक्कड़ नाटक, लोकगीत, नृत्य और मातृभाषा में संवाद जैसे प्रभावशाली सांस्कृतिक माध्यमों का प्रशिक्षण दिया गया ताकि आम नागरिकों तक सरल भाषा और स्थानीय परंपराओं के साथ सरकारी योजनाओं का संदेश पहुँच सके।
प्रशिक्षण के पश्चात प्रतिभागियों को हाट-बाजार, गाँवों और जनसमूहों में जाकर जागरूकता अभियान चलाने निर्देशित किया गया। इस पहल से न केवल योजनाओं की जानकारी व्यापक स्तर पर फैलेगी, बल्कि ग्रामीण समुदाय में आत्मनिर्भरता, स्वास्थ्य संरक्षण और नशा मुक्ति की दिशा में सकारात्मक बदलाव आएगा।
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि “सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से जनजागरूकता अभियान प्रभावी होता है। जिला प्रशासन की यह पहल ग्रामीणों को सशक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
मुख्य कार्यपालन अधिकारी मुकुन्द ठाकुर ने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि “आपकी सहभागिता से विकास योजनाएँ सीधे लोगों तक पहुँचेगी और ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।”
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी जी.आर. मंडावी, जिला परियोजना अधिकारी उमाशंकर तिवारी, नोडल अधिकारी अगस्टिन कुमार राम, गजेन्द्र कुमार देशमुख तथा रविन्द्र कुमार नायक का विशेष सहयोग रहा।