रायपुर

वन मंत्री ने किया कोंडागांव वनमंडल के नवीन कार्यालय भवन का भूमिपूजन

रायपुर = 12 नवंबर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री  केदार कश्यप ने आज कोंडागांव वनमंडल कार्यालय के नवीन भवन निर्माण का भूमिपूजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं कोंडागांव विधायक सुश्री लता उसेण्डी ने की।

कार्यक्रम के दौरान मंत्री  केदार कश्यप ने कार्यालय भवन की आधारशिला रखी और सुदूर ग्राम हिरामांदला से आए वन प्रबंधन समिति के सदस्यों को आस्था मूलक योजना के तहत मिनी राइस मिल (धन कुट्टी मशीन) भेंट की। उन्होंने ग्रामीणों को शुभकामनाएं देते हुए मशीन का सावधानीपूर्वक उपयोग कर सामूहिक रूप से आय बढ़ाने का आग्रह किया।

मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि नया कार्यालय भवन बनने से विभागीय कार्यों में सुविधा होगी और कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि वन विभाग ग्रामीण अंचलों की प्रगति में अहम भूमिका निभा रहा है। विभाग द्वारा ईको-टूरिज्म, जैव विविधता संरक्षण और रोजगार सृजन के लिए अनेक योजनाएँ चलाई जा रही हैं।

कोंडागांव वनमंडल द्वारा मर्दापाल में देवगुड़ी दरबार और पुसपाल के वैली व्यू पॉइंट व भंवरडीह नदी में रिवर-राफ्टिंग जैसी गतिविधियों के विकास के लिए 7.62 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है। मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि स्वीकृति मिलते ही यह कार्य शुरू होंगे, जिससे स्थानीय लोगों को आय के नए अवसर मिलेंगे।

मंत्री श्री कश्यप ग्रामीणों से अवैध कटाई और अतिक्रमण रोकने में सहयोग की अपील की और अधिकारियों को ऐसे मामलों पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए।

वनमंडलाधिकारी ने बताया कि पिछले दो वर्षों में संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से ग्रामीणों को आयमूलक कार्यों से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री किसान वृक्ष मित्र योजना के तहत 892 हितग्राहियों की 1237 एकड़ भूमि में 11 लाख 88 हजार से अधिक पौधे लगाए गए हैं, जिससे भविष्य में उन्हें निश्चित आमदनी होगी।

वनमंडल क्षेत्र में 5 वनधन केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जहाँ कोदो, कुटकी, रागी जैसी लघु वनोपजों का प्रसंस्करण कर स्व-सहायता समूहों को सतत लाभ मिल रहा है। पिछले दो वर्षों में 714 क्विंटल मिलेट्स का प्रसंस्करण किया गया है। वनमंडल में 50 हेक्टेयर तिखुर की खेती की गई है और इसे 5000 हेक्टेयर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वर्ष 500 हेक्टेयर वनौषधि रोपण भी किया गया था।

इसी तरह तेन्दूपत्ता संग्राहकों को भी विभाग की योजनाओं से लाभ मिला है। 29 हजार 565 संग्राहकों को 7.04 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक डीबीटी के माध्यम से दिया गया है। साथ ही, राजमोहिनी देवी बीमा योजना के तहत 6 मामलों में 7.33 लाख रुपये तथा छात्रवृत्ति योजना के तहत 81 विद्यार्थियों को 9.62 लाख रुपये की सहायता दी गई है। पिछले दो वर्षों में विभागीय कार्यों में लगे श्रमिकों को औसतन 2000 श्रमिक प्रति माह को रोजगार मिला है, जिससे 32.50 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।

विधायक सुश्री लता उसेण्डी ने कहा कि संसाधनों की उपलब्धता से कार्यों में तेजी आएगी और नया कार्यालय भवन कोंडागांव वनमंडल के लिए एक नई शुरुआत साबित होगा।

इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती नुपूर राशि पन्ना, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रीता सोरी, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनिता कोर्राम, नगरपालिका अध्यक्ष  नरपति पटेल, उपाध्यक्ष  जसकेतु उसेण्डी, पूर्व विधायक  सेवकराम नेताम, मुख्य वन संरक्षक  राजेश कुमार चंदेले सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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