जिले में पहली बार आयोजित हुआ जसगीत प्रतियोगिता
पतंजलि योग एवं सर्व हिन्दू समाज ने किया आयोजन

जगदलपुर = अंचल तेजी से विलुप्त हो रहे जसगीत विधा को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से पतंजलि योग समिति और सर्व हिन्दू समाज के तत्वाधान में दंतेश्वरी मदिर के सामने बस्तर जिले में पहली बार जसगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर संजय पांडे, निगम अध्यक्ष खेमसिंह देवांगन, अध्यक्षता बचेका अध्यक्ष श्याम सोमानी, विशिष्ट अतिथि सर्व हिन्दू समाज के सचिव रंजीत पांडे, पूर्व पार्षद श्रीमती दीप्ती पांडे रहे। कार्यक्रम का संयोजन पतंजलि योग के प्रान्त प्रमुख डॉ मनोज पानीग्राही ने किया।
कार्यक्रम क़ी शुरुआत अतिथियों द्वारा माँ दंतेश्वरी व भारत माता के छायाचित्र पर मत्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन का नौ कन्याओ का विधिवत पूजन का किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि संजय पांडे ने कहा कि नई पीढ़ी को छग क़ी संस्कृति और पारम्परिक महत्व के विषयों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिये आयोजन समिति प्रशंसा के पात्र है। छग क़ी पारम्परिक विधाओं को संरक्षित करने क़ी आवश्यकता हैं, क्योंकि यही हमारी पहचान है। देर रात तक संकड़ों क़ी संख्या में श्रोतागण जसगीत के साथ झूमते रहे। स्पर्धा में प्रथम स्थान बजरंग मानस मण्डली धरमपुरा, द्वितीय जय नवदुर्गा सेवा भजन मण्डली कांगोली, तृतीय जय भवानी भजन मण्डली जगदलपुर व सांत्वना पुरस्कार माँ दंतेश्वरी बस्तरहिन मानस मण्डली ने प्राप्त किया। सभी टीमों को प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता के निर्णायक टीम में रतन व्यास, डॉ सुषमा झा, संजय तिवारी तथा नीलमणी साहू रहे। कार्यक्रम का संचालन कविता बिजोलिया व आरके नायडू ने किया। उक्त कार्यक्रम के सहयोगी टीम के रूप में शहर के सुर रत्न म्यूजिकल ग्रुप, गुंजन ग्रुप, सुरसंगम ग्रुप, तरंग म्यूजिकल ग्रुप, लाइव म्यूजिकल ग्रुप तथा उत्कर्ष ग्रुप रहे। जसगीत स्पर्धा के पश्चात माता के भजनों क़ी प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम में इला हरिप्रसाद राव, श्रीमती मान कोराम, रविंद्र हेमनानी, मनोज चंद्रा, वैभव यादव, रेखा परमार, राकेश खापर्डे, मंजू लुक्कड़ रानी शर्मा, आदि का विशेष योगदान रहा।