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मुख्यमंत्री ने आकांक्षा विद्यालय में नीट जेईई कोचिंग के विद्यार्थियों से किया संवाद

शिक्षा केवल रोजगार नहीं बल्कि सफल जीवन का माध्यम है: मुख्यमंत्री श्री साय

मुख्यमंत्री ने कोचिंग के विद्यार्थियों के साथ किया भोजन

रायपुर =  मुख्यमंत्री ने आकांक्षा विद्यालय में जेईई और पीएससी कोचिंग प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों के साथ संवाद स् किया और उनकी तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल रोजगार नहीं बल्कि सफल जीवन का माध्यम है। मुख्यमंत्री ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आकांक्षा विद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही कोचिंग सुविधाओं की सराहना की और छात्रों को उपलब्ध संसाधनों का पूर्ण उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सुधार के लिए प्रतिबद्ध है और छात्रों की सफलता के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री की इस भेंट मुलाकात से कोचिंग के छात्र काफी उत्साहित दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री से सीधा संवाद करना किसी सपना के सच होने जैसा है।

जिले के बलौदा विकासखंड की पीसौद गांव की प्रतिभा साहू ने बताया कि आकांक्षा आवासीय विद्यालय में कक्षा 12वीं की छात्रा रिया विश्वकर्मा ने बताया कि पिता किसान है आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए आकांक्षा प्लेटफार्म से मदद मिली और यहां पर 11वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर 12 वी में गई हूं। यहां पर जेईई की कोचिंग भी कर इंजीनियर बनने के सपने को साकार कर रही हूं। शक्ति जिले के खेवड़ा गांव के निवासी लोकेश्वर ने बताया कि 2018 में आकांक्षा आवासीय विद्यालय में प्रवेश लिए यहां पर इंजीनियरिंग की कोचिंग किया और गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर से इंजीनियरिंग किया।आज मुझे बालको को 07 लाख रुपए की वार्षिक पैकेज की नौकरी मिली। लोकेश्वर ने इस पहल के लिए शासन प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने बच्चों से संवाद करते हुए कहा कि सुशासन तिहार के अंतर्गत विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने पहुंचा हूँ। गांव गरीब और आमजनों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ मिले हमारी सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है। उन्होंने आकांक्षा आवासीय विद्यालय से चयनित विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में आगे बढ़ाने और सपने को साकार करने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमारा छत्तीसगढ़ निरंतर प्रगति कर रहा है इंजीनियरिंग मेडिकल सहित सारी शिक्षण संस्थाएं यहां पर मौजूद हैं। दिल्ली में यूपीएससी की कोचिंग के लिए छात्रावास मैं गरीब बच्चों के लिए सीटों की संख्या बढ़ाई गई इसके साथ-साथ पढ़ाई का बेहतर माहौल देने प्रत्येक जिले में नालंदा परिसर बनाने की पहल की गई है। मुख्यमंत्री ने आकांक्षा आवासीय विद्यालय के बच्चों के साथ रात्रि भोज भी किया। श्री साय ने कहा कि सुशासन के माध्यम से आम जनों से किया गया संवाद निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा को एक नई दिशा देगा। 

गौरतलब है कि सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने इंजीनियरिंग एवं मेडिकल में प्रवेश परीक्षा, पीएससी, व्यापम, रेलवे एसएससी आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग के लिए जांजगीर जिले में आकांक्षा कार्यक्रम की शुरुआत 2018 में की गई थी। आकांक्षा आवासीय विद्यालय में प्राप्त कोचिंग के माध्यम से अब तक 90 से अधिक बच्चे जेईई एवं नीट परीक्षा में सफल हो चुके हैं। आकांक्षा कार्यक्रम के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को निशुल्क कोचिंग के साथ-साथ नोट्स किताबें एवं अन्य आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध कराई जाती हैं।

Krishna Jha

Editor In Chief - Tahalka Today

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