बच्चों के भोजन की गुणवत्ता में कोताही बर्दाश्त नहीं:- बलीराम बघेल
जिला शिक्षा अधिकारी के आकस्मिक निरीक्षण से मचा हड़कंप

जगदलपुर :- बस्तर जिले के नवपदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी बलीराम बघेल ने शनिवार को कई स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शाला भवन के रखरखाव हेतु शिक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बागवानी, किचन गार्डन को विकसित करने हेतु शिक्षकों को निर्देशित किया।श्री बघेल ने शिक्षकों एवम विद्यार्थियों से कहा कि स्कूल परिसर व उसके आसपास “एक पेड़ अपने मां के नाम” लगाने का संकल्प लें जिससे की स्कूल के आसपास का वातावरण हरा भरा रहे।
शनिवार सुबह शिक्षा अधिकारी बलीराम बघेल प्राथमिक शाला सरगीपाल, प्राथमिक शाला भेजरीपदर, माध्यमिक शाला भेजरीपदर, हायर सेकेंडरी स्कूल बकावंड, पाहुरबेल में आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वह खुद शिक्षक बनकर बच्चों को पढ़ाने भी लगे। उन्होंने हिंदी, अग्रेंजी व गणित की क्लास ली। बच्चों के बीच वह भी बच्चे बन गए व उनके साथ बैठकर भोजन भी किया। बलीराम बघेल ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि बच्चों के मध्यान मध्यान भोजन में किसी भी प्रकार की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्व सहायता समूह को मध्यान भोजन की गुणवत्ता में कोई भी कुताही न बरतने के निर्देश दिए। नव प्रवेशी बच्चों को शिक्षा अधिकारी ने बधाई व शुभकामनाएं भी दी।
बलीराम बघेल ने यह भी कहा कि शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचे वहीं अपने-अपने विषय का अध्यापन स्वयं घर से करके आएं जिससे बच्चों की शिक्षा में सुधार हो सके। बकावंड विकासखंड के हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य को कालखंड निर्धारण व स्कूल में स्वच्छ वातावरण हेतु निर्देशित किया। उन्होंने बस्तर जिले के सातों विकासखंड के समस्त शिक्षको को चेताया है की सभी शिक्षक समय से स्कूल पहुंचे व ईमानदारी से अपना मूल कम यानी कि अध्यापन कार्य करें। इसके लिए जल्द ही निगरानी समिति का गठन भी किया जाएगा जो कि शिक्षकों पर कड़ी निगरानी रखेंगे।