निगम जहाँ डालता है कूड़ा वहीं लगाया लोगों ने चौपाल, वार्डवासियों ने अधिकारियों से पूछा बदबू आ रही है न साहब
वार्डवासी निगम पहुँचे, उससे पहले ही निगम अमला पहुँचा वार्ड, लोगो की सुनी समस्या

3 घंटे गहमा-गहमी के बीच वार्डवासियों ने व्यवस्था सुधारने निगम को दिया तीन दिनों का अल्टीमेटम
जगदलपुर = महाराणा प्रताप एवं छत्रपति शिवाजी वार्ड के रहवासी तय कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को पब्लिक वॉइस के सदस्यों के साथ ग्यारह बजे निगम जाने वाले थे। एक दिन पूर्व हुयी बैठक में इसका निर्णय लिया गया था कि निगम आयुक्त से मिलकर वार्ड में फैली गंदगी और असहनीय दुर्गंध की समस्या से अवगत कराते हुये तत्काल कार्यवाही की मांग करेंगे। सोमवार को इस ख़बर को सभी प्रतिष्ठित समाचार पत्रों ने उठाया। अख़बार में ख़बर पढ़ते ही निगम अमला सकते में आ गया और पूरा अमला वार्डवासियों के निगम पहुंचने पहले ही महाराणा प्रताप एवं छत्रपति शिवा जी वार्ड स्थित डंपिंग यार्ड पहुंच गए और वार्डवासियों से अपनी समस्या रखने को कहा। जिसपर वार्डवासी आयुक्त से मिलकर अपनी समस्या बताने की बात करते रहे। अधिकारियों ने जानकारी दी कि आयुक्त आज बैठकों में व्यस्त है। जैसे तैसे लोग सहमत हुये।
उपस्थित सैकड़ों वार्डवासियों ने बैठक के लिये वही जगह चुनी जहां निगम कूड़ा डालता है। अधिकारियों को बैठने के बाद वार्डवासियों ने अधिकारियों से पूछा बदबू आ रही है न साहब। उसके बाद लगभग तीन घंटे गहमा गहमी का माहौल रहा है। लोगों ने स्पष्ट रूप से अधिकारियों से कहा कि यहाँ कचरा डालना पूर्णतः बंद होना चाहिये। जिसपर उपस्थित अधिकारियों उच्च अधिकारियों के समक्ष बात रखने का आश्वासन दिया।
बहरहाल तीन दिनों के अल्टीमेटम वाला आयुक्त के नाम का ज्ञापन आक्रोशित वार्डवासियों ने उपस्थित अधिकारियों को सौंपा।
चौपाल में उपस्थित सामाजिक संगठन पब्लिक वॉइस के रोहित सिंह आर्य, बबला यादव, गोपाल तीर्थानि, धीरेंद्र पात्र, एन एस कुशवाहा व अन्य ने कहा कि स्थिति गंभीर है पूरे प्रदेश में स्वाइन फ्लू, डेंगू, मलेरिया व अन्य संक्रमणों ने हाहाकार मचाया हुआ है। एके तरफ जहाँ सरकार की तरफ से इसके रोकथाम हेतु तमाम विज्ञापन चलाये जा रहे है तो दूसरी ओर शहर में ऐसी जानलेवा बीमारियों को आमंत्रण दिया जा रहा है। वार्ड में दुर्गंध का फैलाव चरम स्तर पर है। शहर का यह दुर्भाग्य है कि ऐसी सड़न के बीच लोग वहाँ रहने को मजबूर हैं। उन्होंने आगे कहा कि यदि वार्डवासियों के मंशानुरूप तय समय सीमा में कार्यवाही नही करता है तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। पांच तारीख को पुनः उसी स्थल पर लोग इकट्ठे होंगे।