
= खेमें में बंटे कांग्रेस नेताओं ने निगम को बनाया अखाड़ा, जनता के मुद्दों के बजाय सुविधा पाने की राजनीति
जगदलपुर = झूठ की राजनीति करना कांग्रेस का चरित्र है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के कमरे को विषय बना कर कांग्रेस सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाने से भाग रही है। सत्ता से बाहर होने की सच्चाई कांग्रेस अब तक स्वीकार नहीं कर पायी है। जनता से जुड़े मुद्दों को छोड़ कर कांग्रेस पार्षद दल कमरे और कुर्सी को ही महत्व दे रहा है। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी व निगम राजस्व सभापति आलोक अवस्थी ने कहा कि कांग्रेस संगठन की आपसी फूट व कलह का खामियाजा कांग्रेस के पार्षद भुगत रहे हैं। कांग्रेस पार्षद दल में बनाये गये दो-दो नेताप्रतिपक्ष में श्रेष्ठता बताने की आपस में होड़ मची है। नगर निगम में नेताप्रतिपक्ष के कमरे का विषय बहाना मात्र है।
आलोक अवस्थी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आ गयी थी। अलग-अलग खेमे में बंटे कांग्रेसी नेताओं में सत्ता से बेदखल होने के बाद संगठन में काबिज होने की लड़ाई चल रही है। जिसके लिये कांग्रेसी पार्षदों को मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। दो-दो नेताप्रतिपक्ष बनाया जाना इसका प्रमाण है। जन समस्याओं पर आवाज़ उठाने के बजाय कमरे व कुर्सी को विषय बनाने से कई कांग्रेसी पार्षद नाराज़ है, जो कमरे के लिये जारी धरना प्रदर्शन में शामिल होने से परहेज कर रहे हैं।
आलोक अवस्थी ने कहा कि कांग्रेस की रीति नीति पर सिर्फ अफसोस ही किया जा सकता है। केवल राजनीति करने के लिये ऐसे विषय गढ़े जा रहे हैं, जिससे जनता को न कोई सरोकार है और न ही कोई लाभ। नगर निगम में कमरे व कुर्सी को मुद्दा बना कर कांग्रेस खुद अपनी किरकिरी कर रही है।